RBI होम लोन गाइडलाइंस 2024-25 l लोन धारकों के लिए बड़ी राहत।

परिचय

हर व्यक्ति का एक सपना होता है कि उसका खुद का एक अच्छा घर हो ताकि वह अपने परिवार वालो के साथ आनंद पूर्व जीवन यापन कर सके। चाहे वह सरकारी/निजी कर्मचारी हो, एक व्यापारी हो या कोई आम व्यक्ति। लेकिन जब घर बनाने या खरीदने के लिए पैसे की ज़रूरत होती है तो सबसे पहला और अच्छा विकल्प होम लोन ही होता है। लेकिन इसमें भी कई बार बैंक और वित्तीय संस्थान अधिक ब्याज के चक्कर में गेम खेल जाते हैं।
इसलिए RBI ग्राहकों के अधिकारो की रक्षा के लिए समय-समय पर दिशा निर्देश जारी करते रहती है। अगर आप भी मौजूदा होम लोन धारक हैं या होम लोन का प्लान बना रहे हैं तो RBI होम लोन गाइडलाइंस 2024 का यह लेख आपके लिए बेहद जरूरी है।

नए गाइडलाइंस का उद्देश्य

RBI द्वारा जारी यह गाइडलाइंस का मुख्य उद्देश्य बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं जो ग्राहकों को लोन देते है उनकी मनमानी ब्याज वसूली को कम करना है। यह गाइडलाइंस लोन धारकों को आर्थिक सुरक्षा को भी सुनिश्चित करती है। और लोन संबंधी अधिक ब्याज दरों से राहत, लोन ट्रांसफर की सुविधा और ऑनलाइन ट्रांसफर जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराती है । जिससे बैंकों और ग्राहकों के बीच विश्वास बना रहे।

बैंको के मनमानी ब्याज दरें

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कुछ सालो के निरीक्षण में पाया कि कुछ बैंक और होम लोन देने वाली संस्थाएं ग्राहकों से मनमानी ब्याज वसूल कर रहे थे। ये बैंक और लोन कंपनिया, ग्राहकों के लोन पास होने के दिन से ही ब्याज की गढ़ना करना शुरू कर देते हैं, जबकी ग्राहकों को लोन की रकम अभी मिली भी नहीं होती थी।

उदाहरण के लिए – अगर मैं लोन कंपनी या बैंक से लोन लेने गया। फार्म सबमिट करने के पश्चात लोन 1 तारीख को अप्रूव भी हो गया पर पैसे 10 तारीख को मिलेंगे। लेकिन ये (बैंक, कंपनियां) 1 तारीख से ही ब्याज जोड़ना शुरू कर देते थे। इससे ग्राहक को अधिक ब्याज भरने पड़ते थे।

See also  Jio यूजर्स के लिए बड़ा तौहफा: आज किया रिचार्ज तो चलेगा पूरे 84 दिन।

RBI के नए गाइडलाइंस

  • सही ब्याज दर – आरबीआई के नए दिशानिर्देशों के अनुसार ग्राहकों की ब्याज की गढ़ना उसी दिन शुरू होगा जिस दिन ग्राहक को ऋण की पूरी रकम मिल जाएगी।
  • चेक की स्थिति – अगर ग्राहक को लोन में चेक दिया जाता है तो ब्याज दर इस दिन से नहीं बल्कि चेक की रकम मिलने के बाद जुड़ना शुरू होगा।
  • EMI में बदलाव – बैंक अब 15 दिनों के भीतर EMI में बदलाव की सुविधा देगी। जिससे ग्राहकों को EMI में बदलाव की समझ और योजना बनाने में भी समय मिलेगा।
  • लोन ट्रांसफर की सुविधा – ग्राहकों को अब बिना किसी परेशानी के अपने होम लोन को दूसरे बैंक में ट्रांसफर करने की सुविधा मिलेगी। जिससे ग्राहक कम खर्च और बेहतर सुविधा वाले बैंक में अपना होम लोन चेंज करा पाएंगे।
  • ऑनलाइन ट्रांसफर की सुविधा – RBI ने अपने दिशानिर्देशों में बैंको को चेक के बजाय ऑनलाइन ट्रांसफर करने की बात कही है। जिससे ग्राहकों का समय बचे।
  • फिक्स्ड ब्याज दर और फ्लोटिंग ब्याज दर में पारदर्शिता- ग्राहको को अब फिक्स्ड और फ्लोटिंग ब्याज दर का विकल्प दिया जाएगा। इसे ग्राहक अपनी सुविधा के मुताबिक चुन पाएंगे।
  • प्रीपेमेंट – अगर आप अपने लोन की रकम का प्रीपेमेंट (लोन का कुछ हिस्सा पहले चुकाना) करना चाहते हैं तो आपको अतिरिक्त चार्ज देने की कोई जरूरत नहीं होगी।

निश्चित ब्याज दर ( Fixed Interest Rate)

यह वह ब्याज होता है जो लोन के अवधि के दौरन नहीं बदलता है। मतलब अगर ब्याज दर 8% है तो वह लोन की अवधि तक 8% ही रहेगी।
बाजार में ब्याज दर के उतार चढ़ाव से इसे कोई फ़र्क नहीं पड़ता है। और इसका EMI भी शुरू से ही निर्धारित होती है।

फ्लोटिंग ब्याज दर ( Floating Interest Rate)

यह वह ब्याज दर है जो बाजार के ब्याज दर के उतार चढ़ाव के हिसाब से बदलता रहता है और साथ ही इसकी EMI में भी उतार चढ़ाव होते रहते हैं।

ग्राहकों पर दिशानिर्देश का प्रभाव

  • RBI  द्वारा जारी किए गए नए दिशा-निर्देश से लोन धारकों को अधिक ब्याज से राहत और कई महत्वपूर्ण सुविधाएं भी मिली है जो लोन प्रक्रिया को आसान और सुगम बनाते हैं जो इस प्रकार से है –
  • ट्रांसफर की सुविधा – RBI द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत अब लोन धारक अपनी सुविधा के अनुसार कम ब्याज और बेहतर सुविधा वाले किसी भी दूसरे बैंक में अपना होम लोन बदल सकता है।
  • सही ब्याज दर की सुविधा – इसके तहत अब लोन धारकों की ब्याज की गढ़ना उसी दिन से शुरू होगी जिस दिन ग्राहक को लोन की पूरी रकम मिल जाएगी। इससे ग्राहक को अधिक ब्याज भरने नहीं पड़ेंगे।
  • प्रीपेमेंट की सुविधा – अब कोई भी लोन धारक अपने ऋण को समय से पहले भी भर सकता है और उसमें कोई अतिरिक्त शुल्क भी देना होगा। इससे ग्राहक को अधिक ब्याज का प्रेसर भी नहीं होगा।
  • होम लोन की कीमत अब सीधे रेपो रेट से जुड़ी है। रेपो रेट कम होने पर ग्राहक का ब्याज दर भी कम हो जाएगा।
See also  जम्मू-श्रीनगर रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस का सफल परीक्षण, कश्मीर की घाटियों में रेल सेवा का नया अध्याय।

बैंको पर गाइडलाइन्स का प्रभाव

  • बैंको पर दबाव – ग्राहक अब बिना किसी झंझट के अपना होम लोन किसी भी दूसरे बैंक में बदलवा सकता है। ऐसे में बैंको को ग्राहक आधार बनाने के लिए मजबूरी में ही सही, लेकिन ग्राहकों को बेहतर सुविधा और ब्याज दर में कमी करनी पड़ सकती है।
  • रेपो रेट में गिरावत के कारण बैंको को मजबूरी में कम ब्याज पर लोन देना पड़ेगा।
  • अब कोई भी बैंक अपने ग्राहकों से ब्याज की मनमानी रकम वसूल नहीं कर सकता है, क्योंकि ब्याज की गढ़ना उसी दिन से शुरू होगी जिस दिन बैंक ग्राहक को लोन की पूरी रकम दे देगा।
  • अब जो बैंक ग्राहकों को अच्छे ऑफर, बेहतर सुविधा और कम ब्याज दरों पर लोन देंगे वही मार्केट में बने रहेंगे।

क्या नया होम लोन लेना चाहिए?

RBI द्वारा जारी नए दिशा-निर्देशों के अनुसार ग्राहकों के लिए कई महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराए गए हैं और यह लोन लेने का अच्छा अवसर भी हो सकता है लेकिन यह पूर्णता आपकी आर्थिक स्थिति, जरूरत और बाजार की स्थिति पर भी निर्भर करता है।
अगर आप लेने की सोच रहे हैं तो बैंक के सभी गाइडलाइंस और ब्याज दरों को जांचकर अपने लिए एक अच्छा और बेहतर बैंक लोन का चयन कर सकते है।

निष्कर्ष


हमारे इस आर्टिकल (RBI होम लोन गाइडलाइंस 2024) में हमने होम लोन से जुड़े सभी महत्‍वपूर्ण जानकारियों को आपके साथ साझा किया है। RBI द्वारा जारी ये दिशानिर्देश बैंको की मनमानी पर लगाम लगाने के साथ-साथ लोन धारकों को आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान करेंगी।
    इसी तरह के और महत्वपूर्ण जानकारियों और अपडेट्स के लिए Khabari Zilla के साथ जुड़े रहे।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment

WhatsApp Icon