E-Kyc : इन दिनों आपको सरकार की काफी सारी योजनाओं में ई केवाईसी शब्द सुनने और देखने को मिल रहा होगा। इसका फुल फॉर्म होता है – इलेक्ट्रॉनिक नो योर कॉस्टमर (Electronic Know Your Costomer)। ई-केवाईसी एक डिजिटल पहचान सत्यापन प्रक्रिया है। सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया के अंतर्गत इस योजना को 2012 में (UIDAI) भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण द्वारा लॉन्च किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य था कि भारत के सभी आम नागरिकों को सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ मिले।
और आज के समय में e-Kyc के जरिए देश के लाखो किसानो, महिलाओं और बुजुर्गों को सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ मिल रहा है। मतलब सरकारी योजना की सारी रकम सीधे लाभार्थियो के खाते में जा रही है।
तो चलिए आज के इस लेख में e Kyc के फायदे, उद्देश्यों और ई-केवाईसी के जरिये लाभार्थियो को कैसे सीधा लाभ मिल रहा है? इन सभी के बारे में विस्तार से बताते हैं। अगर आप भी सभी सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ लेना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें।
E-Kyc क्यों जरूरी है?
2012 के पहले अगर आपको किसी भी तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ लेना होता था। तो आपको सरकारी दफ्तर के बाहर अपने दस्तवेजो को लेकर लंबी लाइन में इंतजार करना पड़ता था। और ये सभी दस्तावेज आपकी पहचान को सत्यापित करने के लिए मांगे जाते थे। ताकि लाभार्थियो की सही पहचान कर उन्हें योजना का लाभ दिया जा सके। चूंकि यह प्रक्रिया जटिल और लंबी थी।
उसी तरह e-Kyc एक डिजिटल पहचान सत्यापन प्रक्रिया है। जिसके जरिए लाभार्थियों की सही पहचान कर उन्हें योजना का सीधा लाभ दिया जाता हैं। यह एक सरल प्रक्रिया है जिसमें समय की काफी बचत होती है।
और जिस तरह पहले दस्तावेजों के आधार पर पहचान सत्यापित किए बिना योजना का लाभ नहीं दिया जाता था। ठीक उसी तरह आज के समय में बिना e kyc मतलब बिना डिजिटल सत्यापन प्रक्रिया किए, योजना का लाभ नहीं लिया जा सकता है।
E-Kyc के फायदे
ई-केवाईसी (E-kyc) आधुनिक युग की आधुनिक पहचान सत्यापन प्रक्रिया है। जिसमें बहुत ही कम समय में एक सही व्यक्ति की पहचान सत्यापित कर सरकार द्वारा दिए जाने वाले योजनाओ का सीधा लाभ दिया जाता है। ये रहे ई केवाईसी के कुछ प्रमुख फायदे –
- पारदर्शिता – e-kyc की वजह से अब सरकार और सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के बीच पारदर्शिता स्थापित हो गई है। अब सरकार सीधे लाभार्थियों के खाते में योजना की सारी रकम को ट्रांसफर करती है। और लाभार्थी को सीधा लाभ मिल जाता है।
- समय बचत – पहले जिस प्रकार किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए अपने दस्तावेजों को लेकर सरकारी दफ्तरों के बाहर घंटों लाइनों में इंतजार करना पड़ता था। अब e Kyc के जरिए कुछ ही मिनटों में हो जाता है। इससे सरकारी कर्मचारी और आवेदक दोनों का काफी समय भी बच जाता है।
- सही कीमत – आज जितने छोटे किसान, बुज़ुर्ग और माँ बहनें है। उनको सरकार की सभी योजनाओं का सीधा और पूरा रकम दिया जा रहा है। मतलब सरकार की योजनाओं का सही पैसा अब सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में भेजा जा रहा है। उदाहरण के लिए- पीएम किसान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, पीएम उज्ज्वला योजना आदि।
- भ्रष्टाचार से मुक्ति – E kyc प्रक्रिया के आने का लाभ यह हुआ कि आज लाभार्थियों को किसी भी बिचौलिए पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। और इसमे भ्रष्टाचार की सारी संभावनाएँ भी पूरी तरह से खत्म हो गई हैं। मतलब घुस जैसे समास्याओ से छुटकारा मिल जाता है।
E-Kyc के उद्देश्य
E-Kyc की डिजिटल प्रक्रिया सरकार और विशेषज्ञों द्वारा सोची विचारी बहुत ही अनोखी और सरल प्रक्रिया है। जिसके जरिए देश के लाखो करोड़ो लोगो को शासन की योजनाओं का सीधा लाभ मिल रहा है। शासन की e-Kyc प्रक्रिया को अपनाने के पीछे ये रहे मुख्य उद्देश्य –
बिचौलियों को खत्म करना – पहले जब ई-केवाईसी जैसी आधुनिक तकनीकी सुविधा नहीं थी। उस समय कागजी दस्तावेजो को लेकर आवेदकों को फॉर्म भरने होते थे, और मिलने वाली योजना की रकम भी लाभार्थियों के खाते में सीधे नहीं पहुंच पाते थे। जिसकी वजह से सरकार द्वारा मिलने वाली रकम का कुछ हिस्सा तो बिचौलिये ही खा जाते थे और कुछ बचे रकम ही लाभार्थी को मिल पाते थे या फिर मिल ही नहीं पाते थे। लेकिन जब से ई-केवाईसी जैसी सुविधा आई है बिचौलियों का काम पूरी तरह से ख़त्म हो गया है।
डिजिटल पहचान सत्यापन – ई-केवाईसी प्रक्रिया के आने से अब किसी भी आवेदक या लाभार्थी को कागजी दस्तावेजों को लेकर सरकारी दफ्तरों के बाहर भटकने की जरूरत नहीं होती है। अब ई-केवाईसी के लिए लाभार्थियों को केवल आधार कार्ड और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है।
समय की बचत – पहले के समय में सरकार के पास एक सही व्यक्ति की पहचान सत्यापित करने की बड़ी समस्या थी। क्योंकि यह जटिल और समय खिंचाव प्रक्रिया थी। लेकिन E kyc के जरिए पहचान सत्यापन की प्रक्रिया केवल आधार कार्ड से मिनटों में हो जाता है।
सरकारी योजना में पारदर्शिता – ई केवाईसी को लॉन्च करने के पीछे सरकार का एक प्रमुख उद्देश्य फर्जी लाभार्थियो और गलत लोगों, जैसे बिचौलियों को जड़ से खत्म करना था। और आज यह समस्या काफी हद तक या कहे पूरी तरह से खत्म हो चुकी है।
सीधा फ़ायदा – सरकार चाहती थी कि जो सही लाभार्थी है उसको योजना की सही रकम मिल जाए। मतलब सीधे लाभार्थी के खाते में योजना की सारी रकम ट्रांसफर हो जाए। और लगता है सरकार का यह उद्देश्य आज सफल भी हो गया है।
तो ई केवाईसी को लॉन्च करने के पीछे ये सरकार के कुछ प्रमुख उद्देश्य थे।
E-Kyc से जुड़े सरकारी योजनाएं
इन दिनों जितने भी सरकारी योजनाओं को सरकार लाती है। उनमें से सभी योजनाओं में सरकार ने ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है। ये रहे कुछ प्रमुख e-kyc से जुड़े सरकारी योजनाएं-
- वन नेशन वन राशन कार्ड ( ONORC)
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ( PM KISAN)
- पेंशन योजनाएं ( NSAP)
- प्रधानमंत्री जनधन योजना ( PMJDY)
- प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना
- महतारी वंदन योजना
- प्रधानमंत्री आवास योजना
ये रहे कुछ प्रमुख सरकारी योजनाएं जिनमें e Kyc जरूरी है। लेकिन जब e Kyc पूरा हो जाता है। तो सरकार सही लाभार्थी को सीधे उसके बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर करती है।
इन सभी योजनाओं में ई केवाईसी का उद्देश्य – आवेदकों की पहचान को सत्यापित कर, मिलने वाली राशि को सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर करना है।
E-Kyc के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
अगर आप भी सरकार के किसी भी योजना में ई-केवाईसी करना चाहते हैं। तो इसके लिए ये रहे कुछ जरूरी दस्तावेज –
- आधार कार्ड (आवेदक का अपडेटेड आधार कार्ड)
- मोबाइल नंबर (आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए)
ध्यान दें कि आपका आधार कार्ड सही मतलब अपडेटेड होना चाहिए और आपके आधार कार्ड से आपका मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए।
बायोमैट्रिक आधारित –
अगर किसी कारणवश आपके मोबाइल नंबर से OTP (One Time Password) आधारित वेरिफिकेशन पूरा नहीं हो पाता है या आपके पास मोबाइल नंबर उपलब्ध नहीं है। तो बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन किया जाता है।
बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन – इसमें मुख्यत आपके फिंगरप्रिंट स्कैन से या आंखों को स्कैन करके वेरिफिकेशन किया जाता है।
E-Kyc कैसे करवाए
जिस किसी भी सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए आप ई केवाईसी कर रहे हैं। जैसे “पीएम किसान योजना” के लिए तो आप इस तरीके से कर सकते हैं –
ऑनलाइन (OTP आधारित ई केवाईसी)
- सरकारी पोर्टल के आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं (जैसे-PM KISAN)।

- E-KYC का विकल्प चुने।

- अब अपना आधार नंबर भरे।

- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को दर्ज करें।
- जैसे ही सत्यपान पूरा होगा आपको मैसेज मिल जाएगा।
तो इस तरीके से आप ओटीपी आधारित ई केवाईसी को पूरा कर सकते हैं। और योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
ऑफलाइन (बॉयोमीट्रिक e-kyc)
अगर आपके पास आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर नहीं है तो आप ऑफलाइन तरीके से भी अपना ई केवाईसी पूरा कर सकते हैं। ये रहा ऑफलाइन e Kyc पूरा करने का तरीका-
- नजदीकी CSC सेंटर (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाए।
- अपना आधार कार्ड दिखाये।
- बायोमेट्रिक डिवाइस से अपना फिंगरप्रिंट सत्यपित करे।
- सत्यापन जैसे ही पूरा होगा CSC सेंटर वाला इसकी जानकारी आपको दे देगा।
तो इस तरीके से आप अपना बायोमैट्रिक ई केवाईसी पूरा कर सकते हैं। और सरकार द्वारा दिए जाने वाले सभी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने e Kyc के फायदे, उद्देश्यों और आज के समय में सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए e Kyc क्यों जरूरी है। इन सभी को हमने इस लेख में विस्तार से बताया है।
अगर इस लेख से संबंधित आपको कुछ भी समझ में नहीं आता है, तो एक बार पुनः इस लेख को ध्यान पूर्वक पढ़ें। निश्चित रूप से आप e kyc के बारे में सब कुछ समझ जायेंगे।
अगर इस लेख से आपको कुछ भी सीखने को मिला हो तो इस लेख को अपने दोस्तों, परिवार वालों के साथ जरूर शेयर करें। ताकि उन्हें भी e Kyc की सही जानकारी मिल सके।