आज के समय में हर कोई चाहता है कि उसे भी सरकार के विभिन्न योजनाओं जैसे रोजगार, सरकार की सब्सिडी व बैंकिंग – जैसे बहुत कम ब्याज दरों पर लोन तथा स्वास्थ्य संबंधी सहायताएं सरकार की तरफ से मिलती रहे। लेकिन बहुत ही कम लोग होते हैं जिन्हें सरकार के इन सभी का लाभ मिल पाता है। इसका मुख्य कारण होता है कि लोगो के पास जानकारी का न होना। उन्हें पता ही नहीं होता कि अगर मुझे भी सरकार के इन सभी योजनाओं का लाभ लेना है। तो सरकार द्वारा जारी किए गए कुछ मुख्य ID कार्ड्स होते हैं। जिनके माध्यम से ही लोगों को इस प्रकार की योजनाओं का लाभ मिल पाता है।
तो चलिए भारत सरकार के ये 5 फ्री ID कार्ड्स कौन कौन से है? इसके क्या क्या फायदें है, और इसे कौन और कैसे बनवा सकता है? इन सभी को विस्तार से बताते हैं ताकि आप भी सरकार ऐसी योजनाओं से चूक न जाए। अगर आप भी सरकार के इन सभी योजनाओं का लाभ लेना चाहते हो तो यह आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
KCC ( किसान क्रेडिट कार्ड)

तो सबसे पहले नंबर पर है किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) यह भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक सरकारी योजना है। जिसे सन् 1998 में भारत सरकार द्वारा किसानों को कम ब्याज दरों पर लोन देने के लिए लागू किया गया था। किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के जरिए किसान हर साल बीज, खाद, कीटनाशक, उपकरण और अन्य कृषि आवश्यकताओं के लिए कम ब्याज दरों पर लोन ले सकते हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के फायदे
कम ब्याज दरों पर लोन – अगर आप बैंकों से सीधे लोन लेते हैं तो आपको करीबन, लोन पर 8% – 10% तक ब्याज देना पड़ता है। लेकिन किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए किसान मात्र 3%- 4% ब्याज दर पर ही लोन ले सकते है।
आसान लोन प्रक्रिया – अन्य लोन प्रक्रियाओं की तुलना में किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए आपको तुरंत लोन की सुविधा मिल जाती है।
फसल बीमा कवर – इस कार्ड के जरिए आपको सरकार की तरफ से एडिशनल बेनिफिट भी दिया है। मतलब प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले खेती के नुकसानों की भरपाई भी सरकार करती है।
योग्यता
अगर आप भी किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हो तो ये रहे कुछ आवश्यक शर्तें –
- सबसे पहले तो किसान के पास खुद की कृषि योग्य भूमि या कृषि संबंधी व्यवसाय होना चाहिए।
- किसान की आयु 18 वर्ष से लेकर 75 वर्ष के बीच होना चाहिए।पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी से जुड़े किसान भी योजना के लिए योग्य हैं ।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- जमीन के कागजात
- फसल विवरण
- बैंक पासबुक
आवेदन प्रक्रिया
आवेदन की प्रक्रिया बहुत सरल है जिसे आप निम्न माध्यमों से करवा सकते है –
- सहकारी बैंक शाखा
- CSC सेंटर (ग्राहक सेवा केंद्र)
- ऑनलाइन माध्यम – (https://pmkisan.gov.in/)
ई-श्रम कार्ड

ई श्रम कार्ड भारत सरकार द्वारा देश के असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों (जैसे – मजदूर, रिक्शा चालक, घरेलू कामगार, स्ट्रीट वेंडर आदि) के लिए चलाई जाने वाली एक सरकारी योजना है। जो इन सभी असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक पहचान पत्र का काम करती है। इसका पोर्टल भारत सरकार के श्रम व रोजगार मंत्रालय द्वारा 21 अगस्त 2021 को लॉन्च किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य देश के सभी श्रमिकों का एक राष्ट्रीय डेटाबेस तैयार कर उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाना है।
ई श्रम कार्ड के फायदे
बीमा सुरक्षा – ई श्रम कार्ड धारकों को प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा के अंतर्गत कार्यक्षेत्र पर दुर्घटना हो जाने पर 2 लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है।
पेंशन योजना – अगर आपके परिवार या घर में कोई बुजुर्ग है जिसकी आयु 60 वर्ष या उसके अधिक है और उनका ई श्रम कार्ड बना हुआ है। तो प्रति महीने 3000 रुपए की पेंशन राशि सरकार प्रदान करती है।
आपातकालीन सहायता – कोविड-19 जैसे आपातकालीन स्थिति में सरकार ई श्रम कार्ड धारकों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
रोजगार के अवसर – सरकार ई श्रम कार्ड के जरिए असंगठित क्षेत्रों ( जैसे मजदूर, रिक्शा चालक, घरेलू कामगार, स्ट्रीट वेंडर आदि) के श्रमिकों का देश में एकीकृत डेटा बेस तैयार कर रही जिसके माध्यम से सरकार इन्हें रोजगार की सुविधा प्रदान कर सकती है।
योग्यता
आधार कार्ड – भारत की नागरिकता अनिवार्य है।मोबाइल नंबर – आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर होना चाहिए।
आयु सीमा – 16 वर्ष से 59 वर्ष के बीच होना चाहिए।
बैंक खाता – आवेदक के पास एक एक्टिव बैंक खाता होना चाहिए।
आयकर दाता – आवेदक नौकरी करने वाला व टैक्स देनेवाला नहीं होना चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया
ई श्रम कार्ड बनवाने की प्रक्रिया बहुत आसान है। इसे आप बिल्कुल मुफ्त में ऑनलाइन व ऑफलाइन तरीके से बना सकते हैं।
ऑनलाइन तरीका – इसे आप eshram.gov.in सेल्फ रजिस्ट्रेशन करके और डिटेल्स भरकर बना सकते हैं।
ऑफलाईन तरीका – अगर आप स्वयं से नहीं बनाना चाहते है तो नजदीकी CSC सेंटर (ग्राहक सेवा केंद्र) पर इन बताए दस्तावेजों के लेकर वहां बनवा सकते हैं।
आयुष्मान कार्ड

आयुष्मान कार्ड भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (JAY) के नाम से भी जाना जाता है। 25 सितंबर 2018 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के अवसर पर इसे देश में लॉन्च किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य देश के गरीब व जरूरतमंद परिवारों को सस्ते व मुफ्त गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है। यह कार्ड देश के करोड़ो लोगों को गंभीर बीमारियों के लिए 5 लाख तक का मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान करती हैं।
फायदे (Benefits)
5 लाख तक मुफ्त इलाज – इस योजना के जरिए कार्ड धारक को 5 लाख तक का मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जाती है।
सरकारी व निजी अस्पतालों में इलाज – कार्ड धारक देश के सूचीबद्ध किसी भी सरकारी व निजी अस्पतालों में इलाज करा सकते हैं।
कैशलैस इलाज – आयुष्मान कार्ड धारक को किसी भी अस्पताल में भर्ती के दौरान कोई शुल्क नहीं देना होता है। इलाज का 5 लाख तक खर्च सरकार द्वारा सीधे अस्पतालों को दिया जाता है।
ऑनलाइन उपलब्धता – आयुष्मान कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कर कार्ड को एक्सेस किया जा सकता है।
आयुष्मान कार्ड गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए बहुत उपयोगी है, जिसकी मदद से बिना पैसों के देश के किसी भी अस्पतालों में इलाज करवा सकते हैं।
आयुष्मान कार्ड के लिए पात्रता
- आयुष्मान भारत के तहत 2011 में सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) में शामिल हुए परिवार ही पात्र हैं।
- देश के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर BPL धारक ( या राशन कार्ड धारक) परिवार इस योजना के लिए पात्र हैं।
- इस योजना के तहत ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लोग पात्र हो सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज
योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। जो इस प्रकार से है –
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
आवेदन की प्रक्रिया
आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया बिल्कुल मुफ्त है जिसे आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से कर सकते हैं –
ऑनलाइन
आयुष्मान कार्ड के लिए आप आयुष्मान भारत पोर्टल (pmjay.gov.in) पर जाकर आवेदन की प्रक्रिया को पूरा कर सकते है। यह बहुत सरल और मुफ्त तरीका है।
ऑफलाइन
इसमें भी आप दो तरीकों से अपने आयुष्मान भारत कोर्ड को बनवा सकते हो- नजदीकी CSC सेंटर (ग्राहक सेवा केंद्र) में जाकर आप आवेदन की प्रक्रिया को पूरा करके आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हो।
इसके अलावा नजदीकी सरकारी अस्पतालों मे जाकर अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हो।
आभा कार्ड

आभा कार्ड जिसका फुल फॉर्म है – (ABHA) Ayushman Bharat Health Account . यह भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही डिजिटल हेल्थ आई डी कार्ड है। इसमें कुल 14 अंकिय यूनिक नंबर होते हैं। जिसमें आपके सारे मेडिकल रिकॉर्ड्स को डिजिटली सुरक्षित और स्टोर किया जाता है। इसे देश में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के तहत लॉन्च किया गया है।
आभा कार्ड के फायदे
ABHA कार्ड भविष्य की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण डिजिटल आईडी कार्ड है, जिसके निम्नलिखित लाभ हैं –
डिजिटल रिकॉर्ड्स – आभा कार्ड धारक के सभी हेल्थ रिकॉर्ड्स (जैसे – डॉक्टरों के रिपोर्ट, दवाइयां, मेडिकल टेस्ट, ब्लड ग्रुप इत्यादि) एक ही जगह पर डिजिटली स्टोर रहेंगे।
एक्सेस सुविधा – इसे कही भी और कभी भी इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है, जिससे कागजी दस्तावेजों की बहुत ज्यादा आवश्यकता नहीं होगी।
सुरक्षित स्टोर – यह डिजिटली बिल्कुल सुरक्षित स्टोर रहती है, जिसे केवल डाक्टर या हॉस्पिटल आपके अनुमति से एक्सेस कर पाएंगे।
इमरजेंसी में त्वरित सुविधा – यह इमरजेंसी के दौरान भी बहुत सहायक है, अगर मरीज को हेल्थ इमरजेंसी है तो उसके पुराने हेल्थ रिकॉर्ड्स को डॉक्टर और हॉस्पिटल तुरंत एक्सेस कर सही इलाज की सुविधा दे सकते हैं।
आभा कार्ड के लिए पात्रता
ये रहे कुछ पात्रता मापदंड जिसके बाद भी आभा कार्ड के लिए पात्र हो पाएंगे-
नागरिकता – व्यक्ति के पास भारतीय नागरिकता होना अनिवार्य है। मतलब व्यक्ति भारत का निवासी होना चाहिए।
No Age Limit – इस कार्ड के लिए कोई उम्र सीमा नहीं है। मतलब चाहे व्यक्ति बच्चा, जवान या बूढ़ा हो सभी इसके लिए पात्र हैं।
आधार कार्ड या मोबाइल नंबर – कार्ड के पंजीयन के लिए आधार कार्ड या मोबाइल नंबर आवश्यक है।
स्वैच्छिक पंजीयन – यह कार्ड पूरी तरह से फ्री और वैकल्पिक है। मतलब इसे लोग अपनी मर्जी से बनवा सकते हैं अनिवार्य नहीं है।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
आवेदन की प्रक्रिया
इस कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया बहुत सरल है इसे आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से बनवा सकते हैं –
ऑनलाइन
इसे आप इसके ऑफिशियल वेबसाइट https://healthid.ndhm.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन बिना किसी शुल्क के ऑनलाइन रजिस्ट्री कर कार्ड को प्राप्त कर सकते हैं।
ऑफलाइन
अगर आप ऑनलाइन खुद से बनाने में सक्षम नहीं है तो आप इसे ऑफलाइन माध्यम से किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पतालों तथा मेडिकल केंद्रों से आराम से बनवा पायेंगे। और ध्यान दें यह भी बिल्कुल मुफ्त है।
अपार कार्ड

अपार ID मतलब “ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री” भारत सरकार द्वारा लॉन्च की गई भारत के छात्रों के लिए डिजिटल पहचान संख्या कार्ड हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य देश के करोड़ो छात्रों के शैक्षणिक रिकॉर्ड्स (मार्कशीट, सर्टिफिकेटस, डिप्लोमा, स्किल ट्रेनिंग सर्टिफिकेट आदि) को डिजिटली एक जगह पर सुरक्षित तरीके से स्टोर करना है।
ताकि उनके शैक्षिक योग्यता रिकॉर्ड्स को कही भी आसानी एक्सेस किया जा सके और सरकार के लाभों को डायरेक्ट उनके खाते में ट्रांसफर किया जा सके। इसे भारत के शिक्षा मंत्रालय द्वारा ‘एक राष्ट्र एक छात्र आईडी’ के तहत 2023 को देश के छात्रों के लिए लॉन्च किया गया।
अपार ID के फायदे
शैक्षणिक रिकॉर्ड्स का एकीकरण – इस कार्ड के जरिए देश के सभी छात्रों का शैक्षणिक रिकॉर्ड्स (शुरू से वर्तमान तक का) एक ही प्लेटफार्म में डिजिटली स्टोर रहेगा।
सुरक्षित स्टोर – छात्रों के ये सभी शैक्षणिक रिकॉर्ड्स (जैसे – मार्कशीट, सर्टिफिकेटस, डिप्लोमा, स्किल ट्रेनिंग सर्टिफिकेटस इत्यादि) को छात्रों के अनुमति से एक्सेस किया जा सकेगा।
सरल ट्रांसफर सुविधा – अगर आप एक स्कूल से दूसरे स्कूल या यूनिवर्सिटी कॉलेज में ट्रांसफर कराते हैं, तो उस वक्त मात्र आपके अपार आईडी नंबर से ही आपके डेटा एक्सेस कर आसानी से ट्रांसफर हो जाएगा।
कागजी दस्तावेजों से छुटकारा – अगर छात्र के पास अपना आपार ID कार्ड रहेगा तब उसे अपने कागजी दस्तावेजों को लेकर घूमने की जरूरत नहीं होगी, मात्र इस नंबर से सारी शैक्षणिक रिकॉर्ड्स को डिजिटली कम्प्यूटर से एक्सेस किया जा सकेगा।
सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ – इस कार्ड के जरिए छात्रों को सरकार की योजनाओं (जैसे – प्रोत्साहन राशि, स्कॉलरशिप, व अन्य बेनिफिट्स) सीधे उनके बैंक खातों में मिल जायेगा।
रोजगार – छात्रों के शैक्षणिक योग्यताओं के हिसाब से उनका क्रेडिट स्कोर तैयार किया जाएगा। तथा सरकारी नौकरी जैसे योजनाओं में रोजगार देने में पारदर्शिता व बेहतर सुविधा मिलेगी।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- माता पिता सहमति पत्र हस्ताक्षर (18 वर्ष से कम की स्तिथि में)
आवेदन प्रक्रिया
इसे भी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से बनवा पायेंगे –
ऑनलाइन
इसे आप इस वेबसाइट https://www.abc.gov.in/ में अपने जानकारियां सबमिट करके अपना आपार ID जनरेट कर पाएंगे। उसके बाद इसे डिजिलॉकर ऐप के माध्यम से अपार आईडी को एक्सेस कर पाएंगे।
ऑफलाइन
इसके अलावा इसे आप ऑफलाइन अपने स्कूल व कॉलेज के माध्यम से संपर्क करके बनवा पायेंगे। इसके लिए आपको अपने आधार कार्ड और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी।
साथ ही 18 वर्ष से कम उम्र होने पर आपको स्कूल की तरफ से अभिभावक सहमति फॉर्म दिया जाएगा। जिसमें हस्ताक्षर करवा कर इसे बनवा पायेंगे।
निष्कर्ष
तो आज के इस लेख में हमने भारत सरकार के 5 फ्री ID कार्ड्स कौन कौन से है? इसके क्या क्या फायदें है, और इसे कौन और कैसे बनवा सकता है? इन सभी को विस्तार से बताया है।
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